Monday, 17 September 2018
Friday, 14 September 2018
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष १४ सितम्बर को मनाया जाता है। १४ सितम्बर १९४९ को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया कि हिन्दी ही भारत की राजभाषा होगी। इसी महत्वपूर्ण निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिये राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर वर्ष १९५३ से पूरे भारत में १४ सितम्बर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाया जाता है।
<<मुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया से>>
Thursday, 13 September 2018
Wednesday, 12 September 2018
Thursday, 6 September 2018
पर्युषण पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं Wishing Happy Paryushan
Paryushana Parva is one of the most important and holy annual event for Jains. Paryusana is formed by two words meaning ‘a year’ and ‘a coming back’. This festival comes in the months of Shravana and Bhadra (August or September). Svetambara Jains celebrate it for eight-days while Digambara Jains celebrate it for ten days. It is also known as Das Lakshana Parva. It is a festival of repentance and forgiveness.
Jains increase their level of spiritual intensity often using fasting and prayer/meditation to help. The five main vows are emphasized during this time. There are no set rules, and followers are encouraged to practice according to their ability and desires.
<<Source: https://en.wikipedia.org/wiki/Paryushana>>
उत्तम पर्व है पर्युषण
जैन धर्म में सबसे उत्तम पर्व है पर्युषण। यह सभी पर्वों का राजा है। इसे आत्मशोधन का पर्व भी कहा गया है, जिसमें तप कर कर्मों की निर्जरा कर अपनी काया को निर्मल बनाया जा सकता है। पर्युषण पर्व को आध्यात्मिक दीवाली की भी संज्ञा दी गई है। जिस तरह दीवाली पर व्यापारी अपने संपूर्ण वर्ष का आय-व्यय का पूरा हिसाब करते हैं, गृहस्थ अपने घरों की साफ- सफाई करते हैं, ठीक उसी तरह पर्युषण पर्व के आने पर जैन धर्म को मानने वाले लोग अपने वर्ष भर के पुण्य पाप का पूरा हिसाब करते हैं। वे अपनी आत्मा पर लगे कर्म रूपी मैल की साफ-सफाई करते हैं।
पर्युषण आत्म जागरण का संदेश देता है और हमारी सोई हुई आत्मा को जगाता है। यह आत्मा द्वारा आत्मा को पहचानने की शक्ति देता है। इस दौरान व्यक्ति की संपूर्ण शक्तियां जग जाती हैं। पर्युषण का अर्थ है – ‘ परि ‘ यानी चारों ओर से , ‘ उषण ‘ यानी धर्म की आराधना। पर्युषण अर्थात आत्मा के पास बैठो और उसकी सार – संभाल करो। वर्ष भर के सांसारिक क्रिया – कलापों के कारण उसमें जो दोष चिपक गया है , उसे दूर करने का प्रयास करो। शरीर के पोषण में तो हम पूरा वर्ष व्यतीत कर देते हैं। पर्युषण के आठ दिनों में हम शरीर के राजा अर्थात आत्मा की ओर ध्यान दें।
<<Source: http://www.sheetaldham.in/paryushan-mahaparv/>>
Wednesday, 5 September 2018
Monday, 3 September 2018
Saturday, 1 September 2018
Janmashtami Celebration
September 01, 2018 was a special day at Subodh Public School, Airport, Jaipur. Janmashtami, the birth of Lord Krishna was celebrated with great pomp and festivity by the whole school. The glorious and energetic event started with lamp lightening and prayer by Guests and the Principal. After that, dance and song presentations were there.
There was handi hanging in the inside lawn for all the four houses separately and the task was to crack the 'Handi' at the earliest. 'Handi' was containing a puzzle which has to be solved and answer must be told. It was a competition among all the four houses. All the four houses showed their skills. Not only skills but they showed their 'Team Work' and 'Unity' also. The Diamond House was the winner.
The last but not the least; tiny tods were there, dressed as little Krishna and Radha. They posed very professionaly. All of them were looking very confident and attractive.
The whole event was so lively and energetic that it ignites 'Good Sparks' among all the students.
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